वसंत ऋतु में खान पान; Lifestyle in spring season as per Ayurveda (Hindi)

वसंत ऋतु में खान पान हमारा देश, देवभूमि, भारत ही विश्व में एक ऐसा देश है जहाँ छः ऋतुएँ होती हैं। वसंत ऋतु को ऋतुराज याने कि ऋतुओं का राजा कहा गया है। वसंत ऋतु में जहाँ पलाश के पेड़ की सारी की सारी पत्तियाँ झड़ जाती हैं वहीं वह रक्त के सदृश लाल रंग वाले फूलों से लद जाता है और उसकी शोभा देखते ही बनती है। सेमल पेड़ की फुनगियों पर भी लाल लाल फूलों का सौन्दर्य मन को मुग्ध करता है। वसंत ऋतु मानव मन को मादक तो बनाता है पर शीत ऋतु में बढ़ चुकी पाचन […]

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Precautions to be taken during and after Kshara sutra treatment

PRECAUTIONS TO BE TAKEN DURING AND AFTER KSHARA SUTRA TREATMENT क्षार सूत्र चिकित्सा के समय व बाद में क्या क्या सावधानियाँ बरतें !!! हिंदी में पढने के लिए यहाँ क्लिक करें. Avoid straining during defecation: It has been observed that people suffering from anorectal diseases (Piles, Fissure in ano, Fistula in ano etc.) generally do excessive straining during the act of defecation. According to Ayurveda, the root cause of these diseases is ‘mandaagni’ (sluggish digestive fire) which ultimately leads to ‘kosthabaddhta’ (constipation). An individual with constipated bowels try to strain while passing stools to expel the faeces but ultimately it […]

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