अनिद्रा के ये आधुनिक कारण

एक अध्ययन से पता लगा है कि जितना ज़्यादा समय किशोर इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों जैसे टैबलेट और स्मार्टफ़ोन इस्तेमाल करने में बिताते हैं, उनकी नींद को उतना ही नुक़सान पहुंचता है। ये अध्ययन 16 से 19 साल के लगभग 10,000 युवाओं पर किए गया। स्कूल से लौटने के बाद इन उपकरणों के साथ दो घंटे से ज़्यादा समय बिताना नींद नहीं आने या कम नींद आने की वजह बन सकता है। नॉर्वे के लगभग सभी किशोरों का कहना था कि वह सोने से ठीक पहले इन उपकरणों का इस्तेमाल करते हैं। ज़्यादातर किशोरों की शिकायत थी कि उन्हें पांच घंटे से […]

Read more

स्वस्थ रहने के स्वर्णिम सूत्र | Healthy life style rules by Ayurveda

स्वस्थ रहने के स्वर्णिम सूत्र  आचार्य चरक के अनुसार; ब्राहमेमुहूर्तेउत्तिस्ठेज्जीर्नाजीर्णाजीर्णेनिरुपयेत  सदा ब्रह्ममुहूर्त (प्रातः 4-5 बजे) में भोजन के पाचन होने का विचार करते हुए उठना चाहिए। इस समय प्रकृति  मुक्तहस्त  से स्वास्थ्य, प्राणवायु, प्रसन्नता, मेघा, बुद्धि की वर्षा करती है। बिस्तर से उठते ही मूत्र त्याग के पश्चात उषा पान अर्थात बासी मुँह 2-3 गिलास शीतल जल के सेवन की आदत सिरदर्द, अम्लपित्त, कब्ज, मोटापा, रक्तचाप, नैत्र रोग, अपच सहित कई रोगों से हमारा बचाव करती है। स्नान सदा सामान्य शीतल जल से करना चाहिए। (जहाँ निषेध न हो) स्नान के समय सर्वप्रथम जल सिर पर डालना चाहिए, ऐसा करने से […]

Read more

वसंत ऋतु में खान पान; Lifestyle in spring season as per Ayurveda (Hindi)

वसंत ऋतु में खान पान हमारा देश, देवभूमि, भारत ही विश्व में एक ऐसा देश है जहाँ छः ऋतुएँ होती हैं। वसंत ऋतु को ऋतुराज याने कि ऋतुओं का राजा कहा गया है। वसंत ऋतु में जहाँ पलाश के पेड़ की सारी की सारी पत्तियाँ झड़ जाती हैं वहीं वह रक्त के सदृश लाल रंग वाले फूलों से लद जाता है और उसकी शोभा देखते ही बनती है। सेमल पेड़ की फुनगियों पर भी लाल लाल फूलों का सौन्दर्य मन को मुग्ध करता है। वसंत ऋतु मानव मन को मादक तो बनाता है पर शीत ऋतु में बढ़ चुकी पाचन […]

Read more