पेट की समस्याओं के लिए योगासन : वज्रासन

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This Yoga pose can be done after meals

Health benefits of Vajrasana

खाने के बाद थोड़ी देर ऐसे बैठें, पेट की छोटी-मोटी प्रॉब्लम होंगी ही नहीं

vajrasana

वज्र का अर्थ होता है कठोर। इसीलिए इसका नाम वज्रासन है क्योंकि इसे करने शरीर मजबूत और स्थिर बनता है। यही एक आसन है, जिसे भोजन के बाद भी कर सकते हैं। इसके अभ्यास से पाचन शक्ति को बढ़ाने में मदद मिलती है। जठराग्नि प्रदीप्त होती है, उदर वायु विकार दूर होते हैं।रीढ़ की हड्डी और कंधे सीधे होते हैं और शरीर में रक्त-संचार सही ढंग से होता है। यह टांगों की मांसपेशियों को भी मजबूत बनाता है। साथ ही गैस और कब्ज की समस्या नहीं होती है।

Method to do Vajrasana विधि

दोनों पैरों को आपस में मिलाकर सीधा फैलाकर बैठ जाएं। बाएं पैर को घुटने से मोड़कर पंजे को बाएं नितम्ब के नीचे इस प्रकार लगाएं कि पैर का तलवा ऊपर की ओर रहे। इसी प्रकार, दाएं पैर को घुटने से मोड़कर पंजे को दाएं नितम्ब के नीचे इस प्रकार लगाएं कि पैर का तलवा ऊपर की ओर रहे।

इस स्थिति में दोनों पैरों के अंगूठे पास-पास रहेंगे तथा एडियां बाहर की ओर रहेंगी, जिससे दोनों एडियों के बीच में आराम से बैठ सकें। दोनों पैरों के घुटने मिलाकर, हाथों को घुटनों के ऊपर रख दें। इस स्थिति में सिर एवं रीढ़ स्तम्भ सीधा रहना चाहिए। 10 सेकंड से लेकर 15 से 20 मिनट तक इस आसन का अभ्यास किया जा सकता है।

Note: Yogasanas must be done under the supervision of an expert especially if you are not used to of it and have started practicing yoga recently.

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